प्राक्कथन
बी०एड० नवीनतम पाठ्यक्रम छात्रों एवं शिक्षकों के समक्ष भाषा संबंधित कई अवधारणाओं, सिद्धान्तों एवं समस्याओं के गहन चिन्तन की मांग करता है। इस दृष्टि से पुस्तक लिखते समय हमारा यही प्रयास रहा है कि पुस्तक अपने आप में पूर्ण एवं महत्त्वपूर्ण हो। ‘पाठ्यचर्या में भाषा’ की इस पुस्तक में विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम को लक्ष्य बनाकर विभिन्न विषय-वस्तु को प्रस्तुत किया गया है। पुस्तक में पठनीय सामग्री का अथाह भंडार है। समस्त पाठ्यक्रम को विभिन्न इकाइयों में विभाजित करके प्रस्तुत किया गया है।
नए पाठ्यक्रम के अनुरूप इस पुस्तक ‘पाठ्यचर्या में भाषा’ को चार इकाइयों में विभाजित किया गया है। इकाई एक में, भाषा का अर्थ एवं स्वरूप, भाषायी सिद्धान्त तथा भाषा अर्जन की प्रक्रिया का वर्णन है। इकाई दो ‘पाठ्यक्रम में भाषा’ के अन्तर्गत भाषा के कार्य, इसकी मान्यताएं एवं ग्रहणशील तथा भावाभिव्यंजक कार्यों, बहुभाषावाद और कक्षा-कक्ष में विभिन्नता और भाषा के साथ सामाजिक संबंधों को सम्मिलित किया गया है। इकाई तीन श्रवण और भाषण कौशल तथा इकाई चार पठन और लेखन कौशल के अन्तर्गत आने वाले सभी तथ्यों का विस्तारपूर्वक वर्णन है।
शिक्षा के इस नए युग में कुशल एवं निपुण शिक्षकों के विकास हेतु भाषा का अभिन्न योगदान अनिवार्य है। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए पुस्तक की विषय- वस्तु के सैद्धान्तिक एवं व्यावहारिक दोनों पक्षों को सरल, स्पष्ट एवं उपयुक्त उदाहरणों सहित बोधगम्य ढंग से प्रस्तुत किया गया है जो सभी प्रकार के पाठकों के लिए उपयोगी एवं सशक्त मार्गदर्शक सिद्ध होगी।
पुस्तक की भाषा अत्यन्त ही सरल तथा प्रवाहमयी है ताकि विद्यार्थी संबंधित विषय-वस्तु को अच्छी प्रकार से समझ सकें। विषय के अनुकूल यह पुस्तक प्रत्येक स्तर के विद्यार्थी को ध्यान में रखकर लिखी गई है। आशा है कि विद्यार्थीगण तथा अध्यापकगण इस पुस्तक का स्वागत करेंगे।
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